Tuesday, January 14, 2020

AAGE BADH TU,,,,

Motivational Hindi poems

आगे बढ़ तूँ ,,,,


तिनका ,तिनका जोड़कर ,
करे निर्मित नव नीड़ ,
तार तार बिखरे हों चाहे ,
जाने किस विधि जोड़कर !
तूँ भर दे  ' मधुर ' संगीत ,
फिर भी , जाने क्यों ये संसार ,
तुझे अबला ही पुकारे ,,
चल रहा जबकि , तेरे ही सहारे !
लग गए तेरी मुस्कुराहटों पर भी 
विराम चिन्ह !
पौंछ आँसुओं  के ढ़र्रे ,
बह रहे हैं ,जो कोरों से तेरे ,
तोड़ निर्बल का घरौंदा ,
हृदय मैं अन्तर्निहित शक्ति की ,
सुन आर्त पुकार ,
छोड़ अपना चीखों से भरा विलाप तूँ ,,
त्रस्त नहीं तारणहार बन ,
आँसुओं को पीछे छोड़ ,
आगे बढ़ तूँ  , आगे बढ़ तूँ ,,,,,,,,



No comments:

Post a Comment

kal phir wahi raat thi ,,,

कल फिर वही रात थी ,,,, कल फिर वही रात थी , वारिश तेज हो रही थी , नई नई मुलाक़ात थी , कल  रात थी , तुम मिले...