Saturday, October 5, 2019

ABHI ABHI TO CHALNA SEEKHA HAI ,,,,,

 अभी अभी तो  चलना सीखा है ,,,,






  अभी अभी तो चलना सीखा है ,
  अभी तो पूरी ज़िंदगी बाँकी है ,
   मेरे मौन मैं भी ,एक ऊँची सी आवाज  थी ,
  सोचा , सुनूँ ,मैं उस अनसुनी आवाज को ,तो जिंदगी
   और भी खूबसूरत होगी ,,,,,
  अभी अभी तो चलना सीखा है ,
  अभी तो पूरी ज़िंदगी बाँकी है ,,,,,
   धीरे धीरे अंदाज  बदलेगा ,
  और बदलेगा मेरे जीने का सलीका ,
  जिंदगी की हकीकत से और रूबरू हो जाउंगी ,
  तमाम जद्दोज़हद से जिंदगी का तजुर्बा होगा ,
  और मैं और मजबूत  हो जाऊँगी ,
  क्योंकि सादगी से जीना , शायद जीना नहीं ,
  और सुना है ,सादगी से लोग ,जीने नहीं देते ,
  अभी अभी तो चलना सीखा है ,
  अभी तो पूरी जिंदगी बाँकी है ,,,,,,,,
  खड़ा तो मुझे खुद ही होना था ,
  बस थोड़ी देर कर दी ,
  पर अब जब खड़ी हो गई हूँ ,
  तो फिर अब  बैठना  नहीं है ,
  अभी अभी तो चलना सीखा है ,
  अभी तो पूरी ज़िंदगी बाँकी  है ,,,,,,,,,,
   
       
                 ABHI ABHI TO CHALNA SEEKHA HAI,,,,


                       

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